पीएम मोदी बोले – “पीएम नेहरू ने कहा था कि मैं किसी भी तरह के आरक्षण को पसंद नहीं करता हूं”
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा विश्वास पक्का हो गया है कि कांग्रेस पार्टी सोच से भी आउटडेटेड हो गई है। जब सोच ही आउटडेटेड हो गई है, तो इन्होंने अपना कामकाज भी आउटसोर्स कर दिया है। देखते ही देखते इतना बड़ा दल, इतने दशकों तक देश पर राज करने वाले दल का ऐसा पतन! हमें खुशी नहीं हो रही बल्कि हमारी आपके प्रति संवेदनाएं हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि मैं मल्लिकार्जुन खड़गे ने विशेष आभार प्रकट करता हूं। मैं इन्हें बहुत ध्यान और आनंद से सुन रहा था। लोकसभा में मनोरंजन की जो कमी हमें खल रही थी, वो इन्होंने यहां पूरी कर दी। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी इस बात की थी कि खरगे जी काफी लंबा और बड़े आराम से बोल रहे थे। तब मैं सोच रहा था कि इतना सारा बोलने की आजादी मिली कैसी। बाद में मेरे ध्यन में आया कि दो स्पेशल कमांडो जो रहते हैं वो उस दिन नहीं थे। ऐसे में बहुत मजबूत फायदा स्वतंत्रता का खरगे जी ने उठाया। खरगे जी ने उस दिन सिनेमा का गाना सुना होगा- ऐसा मौका फिर कहां मिलेगा?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि इन्होंने अपने युवराज को एक स्टार्ट-अप बना कर दिया है। अब वो नॉन-स्टार्टर है। न तो लिफ्ट हो रहा है, ना ही लॉन्च हो रहा है।
पिछड़ों के अधिकारों पर ये बोले पीएम मोदी
राज्यसभा में पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस ने पिछड़ों को उनके अधिकारों से वंचित रखा। हमने अनुच्छेद 370 को निरस्त किया, तब जाकर कितने दशकों के बाद एसटी,एससी, ओबीसी को वो अधिकार मिले, जो उन्हें बरसों पहले ही मिल जाने चाहिए थे। वंचित पिछड़ों को जम्मू-कश्मीर में कई अधिकार नहीं मिले थे। लेकिन आज मैं देश को अवगत कराना चाहता हूं कि स्थानीय निकायों में ओबीसी के आरक्षण का विधेयक भी मंगलवार को लोकसभा में पास हो गया है। एससी, एसटी और ओबीसी उनको बढ़ी भागीदारी से कांग्रेस और उनके साथियों को हमेशा परेशानी रही है। बाबा साहेब के विचारों को खत्म करने के लिए उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी है। बाबासाहेब को भारत रत्न देने की तैयारी भी भाजपा के समर्थन से बनी सरकार की मदद से ही मिला। सीताराम केसरी, जो इतने बड़े ओबीसी नेता रहे, उन्हें उठाकर सड़क पर फेंक दिया गया। उनके साथ क्या हुआ उसका वीडियो मौजूद है।
नेहरू के आरक्षण पर चिट्ठी पर बोले
इस दौरान उन्होंने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की उस दौरान राज्यों के मुख्यमंत्रियों को लिखे पत्र का भी उल्लेख किया और पत्र को पढ़ते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह देश के पहले पीएम द्वारा राज्यों के मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी गई थी। देश के पीएम नेहरू ने कहा था कि मैं किसी भी तरह के आरक्षण को पसंद नहीं करता हूं। खासकर नौकरियों में आरक्षण को तो मैं कतई पसंद नहीं करता हूं। मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं। पीएम मोदी ने नेहरू के पत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि नेहरू ने चिठ्ठी में लिखा था कि आरक्षण, जो अकुशलता को बढ़ावा दे, जो दोयर दर्जे की तरफ ले जाए, मैं इसके खिलाफ हूं। पीएम मोदी ने संबोधन में कहा कि ये शब्द मेरे नहीं बल्कि देश के पहले प्रधानमंत्री नेहरू के हैं। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इसलिए मैं कहता हूं कि कांग्रेस जन्मजात इसकी विरोधी है। आज जो कांग्रेस कहती है न कि ये इतने हैं, ये इतने हैं, लेकिन उस समय कांग्रेस ने इसका विरोध किया था। मैं कहना चाहता हूं कि उस समय अगर यह आरक्षण की व्यवस्था लागू हो गई होती तो वे लोग आज आगे बढ़ते-बढ़ते ऊपर आ जाते।