मनीष शर्मा : अब लाश का क्या करेंगे..बना लो उसको इंजीनियर…
माँ बाप की अनुचित महत्वकांक्षा…. बेवजह के दबाव…..समाज में झूठी image…..दूसरों से आगे बढ़ने की अंधी दौड़… कोचिंग माफिया… और सरकारी सुस्ती ने एक जान और ले ली.
लड़की जिन्दा होती तो शायद कलाकार बन जाती…खिलाडी बन जाती….कोई सरकारी नौकरी कर लेती… Private sector में अच्छा कर लेती.. अपना खुद का business चला लेती…. एक अच्छी ग्रहणी बन जाती.
अब लाश का क्या करेंगे… बना लो उसको इंजीनियर.
