कांग्रेस के तीन दिवसीय अधिवेशन में जशपुर जिला के कुनकुरी से कांग्रेस नेता मुरारीलाल अग्रवाल की रही सक्रिय भूमिका
रायपुर। 24 फरवरी से शुरू हुए कांग्रेस के तीन दिवसीय पूर्ण अधिवेशन में 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्षी एकजुटता के संदर्भ में चर्चा की गई एवं आगे की रणनीति तय की गई। 26 फरवरी को कांग्रेस का 85वां पूर्ण अधिवेशन होने पर इस सेशन का नाम ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ रखा गया था। इस सेशन में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और सोनिया गांधी भी मौजूद रहे।
इस तीन दिवसीय अधिवेशन में जशपुर जिले कुनकुरी से सक्रिय कांग्रेस नेता मुरारीलाल अग्रवाल अपने सैकड़ों साथियों के साथ लगातार सक्रिय भूमिका में रहे।

संगठन में मजबूत पकड़ रखने वाले कार्यकर्ताओं के मध्य लोकप्रिय मुरारीलाल अग्रवाल संपन्न हुए अधिवेशन को लेकर उत्साह से कहते हैं- ” छत्तीसगढ़ के लिए सौभाग्य की बात है कि यह अधिवेशन माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं का स्वागत, सम्मान करने और एक नया अनुभव राष्ट्रीय गतिविधियों में किस प्रकार से रणनीतिक रूप से राष्ट्रीय विषयों के समाधान की दिशा में अपना पक्ष रखा जाता है, यह सब सीखने का मौका हम सबको मिला।”

यह उल्लेखनीय है कि कांग्रेस की राजनीति में आरंभ सक्रिय मुरारीलाल अग्रवाल को अमेठी जो उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शहर एवं राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण लोकसभा क्षेत्र है का DRO(चुनाव प्रभारी) पार्टी के संगठनात्मक चुनाव हेतु वर्ष 2017 में नियुक्त कर महत्वपूर्ण भूमिका दी गई थी।

पद रहे न रहे श्री अग्रवाल का कद सदा बड़ा
इस क्षेत्र को हिंदुस्तान की राजनीति में महत्वपूर्ण माने जाने वाले गांधी परिवार की कर्मभूमि माना जाता है। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु उनके पोते संजय गाँधी, राजीव गाँधी तथा उनकी पत्नी सोनिया गाँधी का इस जिले से प्रतिनिधित्व रहा है
इतने महत्वपूर्ण संसदीय सीट पर आदिवासी अंचल कुनकुरी में राजनीति में सेवाभाव से जुड़े श्री अग्रवाल को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दिया जाना निःसंदेह अंचल के लिए गौरव की बात थी। श्री अग्रवाल का व्यक्तित्व जिले में कुछ इस प्रकार से लोकप्रिय, प्रभावी है कि पद रहे या न रहे उनके कद को कोई छू भी नहीं सकता। पद की चिंता किये बिना अनवरत पार्टी संगठन के लिए लगातार काम करने के कारण प्रदेश के वरिष्ठ नेता भी संगठन के कार्यों को गति देने के लिए श्री अग्रवाल की राय को महत्वपूर्ण स्थान देतें हैं।
