भगवान श्रीराम के कारण भारत की विश्व में पहचान बनी: होसबोले जी

कोरबा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सरकार्यवाह के नेता होसबोले ने मंगलवार को कोरबा में कहा कि मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्री रामचन्द्र के जीवन दर्शन और समाज राष्ट्र के विशेष कार्य को दुनिया भर में भारत से अपनी विशेष पहचान और नाम दिलाने के लिए कहा गया है। हम सभी को अपने जीवन काल में कुछ ऐसा काम करना चाहिए जिससे हमारी भूमिका उत्तरोत्तर हो सके।
कोरबा यात्रा के दौरान सरस्वती विद्यालय सीएसईबी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कोरबा के कार्यकर्ता परिवार मिलन में सामाजिक बंधुओं से संवाद के दौरान अखिल भारतीय सरकार होसबोले ने यह बात कही। उन्होंने लोगों को विश्वास दिलाया कि ईश्वर हर समय हमारे साथ हैं। हमारी प्रार्थनाएँ से संयोजन करते हैं और उसी के प्रभाव से हमें अपने कार्य क्षेत्र में सफलता भी प्राप्त होती है। यहां पर हम सभी को यह ध्यान रखना होगा कि काम की बात हमसे खुद करना है। उदाहरण के तौर पर, वर्षा ईश्वर दे सकते हैं और धूप दे सकते हैं, लेकिन कृषि और अन्य संबंधित कार्य हमें खुद करने होंगे। जापान की प्रगति को बढ़ावा मिला। सभी प्रकार की विपत्तियां और पूर्वावलोकन को देखने के बावजूद इन देशों ने कलांतरण में रणनीतिक से लेकर तकनीकी क्षेत्र में जो प्रगति की, वह आज आपके अन्यतम उदाहरण बनी हुई है। 1800 वर्ष बाद भी इजराइल ने लगातार आगे बढ़ते हुए इस बात को साबित किया कि जिस देश के पास नागरिक मजबूत इच्छा शक्ति है, वह कुछ भी नहीं कर सकता। अन्य देशों के मामले में भी यह लागू हो सकता है लेकिन इसके लिए शर्त यही है कि व्यक्ति अपनी भूमिका निष्ठा के साथ निभाए।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह समाज जीवन और मूल्य की महत्ता के साथ बात अपनी राय। उन्होंने कहा कि समाज को आगे बढ़ाने का काम कुल मिलाकर समाज ही करता है और इसमें सबसे बड़ी भूमिका लोगों की है।
किसी भी देश के विकास मामले में सरकार की भूमिका केवल एक प्रणाली या तंत्र की होती है। हम सभी को यह बात जान लेनी चाहिए कि समाज से लेकर ही समाज को कुछ देना चाहिए सरकार की ओर से होता है इससे अधिक और कुछ नहीं। वर्तमान परिचय में अपने गौरवशाली राष्ट्र भारत की दिशा और दशा को लेकर बहुत अच्छे प्रयास चल रहे हैं। इसके समुन्नत स्वरूप को लेकर हम सभी क्या-क्या कर सकते हैं, इस पर विचार करना सदैव आवश्यक है।

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