मोदीनामा : 70 बरस तक गरीब यहां घुसने से डरता था.. अब स्वाभिमान के साथ जाता है…
आज देश का नेतृत्व मजबूत हाथों में है। विदेशी ताकतों ने भारतीयों का साल दर साल जो आत्म विश्वास, आत्मसम्मान कुचल दिया था, उसकी भरपाई का एक ही उपाय था फिर से एक बार भारत की जन जन में आत्मविश्वास भरना, आत्मगौरव भरना, और उसके लिए सरकार के प्रति भरोसा बनना बहुत जरूरी था और बड़े व कड़े निर्णय लेने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह संभव हो पाया।
आज आयुष्मान कार्ड लिए एक निर्धन आत्मविश्वास के साथ बड़े अस्पताल में घुसता है..मोदी सरकार के 8 वर्षों की यात्रा सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण का 10वां वर्ष।
भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपाननीत सरकार ने शानदार ऐतिहासिक 9 वर्षों की यात्रा को सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण का वर्ष कहा जा सकता है।
पहले की सरकारों की एक ही योजना थी कि गरीबों को अभावों में रखा जाए ताकि अपनी निजी जिंदगी की परेशानियों में ही वह उलझा रहे। कुछ लाख कमाकर इकट्ठा कर भी लिया तो सीधे एक झटके में खर्च हो जाता था जब घर का कोई सदस्य बीमार पड़ जाता था।
आज देश का नेतृत्व मजबूत हाथों में है। विदेशी ताकतों ने भारतीयों का साल दर साल जो आत्म विश्वास, आत्मसम्मान कुचल दिया था, उसकी भरपाई का एक ही उपाय था फिर से एक बार भारत की जन जन में आत्मविश्वास भरना, आत्मगौरव भरना, और उसके लिए सरकार के प्रति भरोसा बनना बहुत जरूरी था और बड़े व कड़े निर्णय लेने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह संभव हो पाया।
गरीब कल्याण की योजनाओं को लेकर मोदी सरकार की उपलब्धियों में आयुष्मान कार्ड से सुलभ चिकित्सा गरीब परिवार के लोगों को उपलब्ध कराना एक बड़ी उपलब्धि है।
किसी बड़े अस्पताल में पहले निर्धन बीमार के घरवाले घुसने की हिम्मत नहीं करते थे..गिड़गिड़ाते थे। आज हाथ में आयुष्मान कार्ड लिए जब एक निर्धन आत्मविश्वास के साथ बड़े अस्पताल में घुसता है तो इसी बिंदू पर मोदी सरकार के आठ साल के शासन के विकास का चर्मोत्कर्ष सामने आ जाता है।
आयुष्मान भारत के 26 करोड़ से अधिक कार्ड जारी
इस योजना के तहत 26 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड दिए जा चुके हैं। इस योजना के तहत 20 अक्तूबर, 2023 तक दिल्ली, ओडिशा और पश्चिम बंगाल को छोड़कर 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 26.07 करोड़ लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड जारी किए गए हैं। देश के सभी राज्यों में उत्तर प्रदेश चार करोड़ आयुष्मान कार्ड के साथ सबसे अधिक संख्या में आयुष्मान कार्ड के साथ शीर्ष पर है। इसके बाद मध्य प्रदेश 3.69 करोड़ कार्ड के साथ दूसरे और छत्तीसगढ़ 2.04 करोड़ आयुष्मान कार्ड के साथ तीसरे नंबर पर है। योजना के 49 प्रतिशत कार्ड महिलाओं के नाम जारी किए गए हैं।
देश में अब तक 5.76 करोड़ से अधिक लोग इस योजना का लाभ उठा चुके हैं। जिस पर सरकार द्वारा करीब 70 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। आपको यह जानकर खुशी होगी कि पिछले 5 वर्षों में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री-जन आरोग्य योजना ने करोड़ों लाभार्थियों को खुश होने का मौका तो दिया ही है। इस योजना के कारण लाभार्थियों को उपचार पर हो सकने वाले 1 लाख करोड़ रुपये की बचत भी हुई है। इस योजना में मरीजों को 27 विभिन्न विशेषताओं के तहत कुल 1,949 तरह के उपचार उपलब्ध हैं, जिनमें कैंसर, आपातकालीन देखभाल, आर्थोपेडिक और गुर्दे से संबंधित बीमारियां शामिल हैं।
-चित्र इंटरनेट से साभार।
