G20 : रायपुर में 28 देशों के प्रतिनिधि.. एयरपोर्ट पर तिलक लगाकर छत्तीसगढ़ी परंपरा में भव्य स्वागत
रायपुर में 18-19 सितंबर 2023 को जी20 फ्रेमवर्क कार्य समूह की चौथी बैठक आयोजित होगी
रायपुर कार्य समूह की बैठक का आयोजन साल 2023 में एफडब्ल्यूजी की चर्चाओं की समीक्षा करने और भविष्य के कार्य क्षेत्रों का पता लगाने के लिए किया जा रहा है।
जी-20 सम्मेलन के लिए विदेशी डेलीगेट्स आज रविवार को सुबह से राजधानी रायपुर पहुंचना आरंभ हो गया है। सम्मेलन में शामिल होने विदेशी अतिथियों का स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर छत्तीसगढ़ी परंपरा छत्तीसगढ़ी परिधानों में तिलक-गमछे के साथ स्वागत किया जा रहा है। वही एअरपोर्ट के बाहर ददरिया, कर्मा नृत्य की धूम भी है। इस बैठक में 28 देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं।
रायपुर कार्य समूह बैठक में जी20 सदस्य राष्ट्रों व आमंत्रित देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के 65 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत जी20 फ्रेमवर्क कार्य समूह (एफडब्ल्यूजी) की चौथी और अंतिम बैठक 18-19 सितंबर, 2023 को छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित होगी। इस बैठक की अध्यक्षता भारत सरकार के वित्त मंत्रालय की सलाहकार श्रीमती चांदनी रैना और एचएम ट्रेजरी, ब्रिटेन की मुख्य आर्थिक सलाहकार श्रीमती सैम बेकेट करेंगी। इस बैठक में जी20 सदस्य राष्ट्रों व आमंत्रित देशों सहित कई अंतरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय संगठनों के 65 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
यह एफडब्ल्यूजी नवीनतम वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण और प्रमुख व्यापक आर्थिक मुद्दों के संबंध में नीति मार्गदर्शन पर चर्चा का अवसर प्रदान करता है।
भारत की जी-20 अध्यक्षता (2023) के तहत इस कार्य समूह के डिलिवरेबल्स (प्रदेय) का सफलतापूर्वक समापन हो गया है। इन्हें नई दिल्ली लीडर्स घोषणापत्र: खाद्य व ऊर्जा असुरक्षा के व्यापक आर्थिक प्रभावों पर जी20 रिपोर्ट और जलवायु परिवर्तन व रूपांतरण साधनों से उत्पन्न व्यापक आर्थिक जोखिमों पर जी20 रिपोर्ट में शामिल किया गया है। यह साल 2023 में हुई एफडब्ल्यूजी चर्चाओं की समीक्षा करेगी और भविष्य के कार्य क्षेत्रों का पता लगाएगी।
इस बैठक के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक जन भागीदारी कार्यक्रमों की एक श्रृंखला की मेजबानी करेगा। इसमें डिजिटल बैंकिंग व वित्तीय समावेशन पर पैनल चर्चा सहित वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम, जी20 जागरूकता कार्यक्रम, पेंटिंग और नारा-लेखन प्रतियोगिता शामिल हैं।
इसके अलावा प्रतिभागियों को नंदनवन जूलॉजिकल गार्डन की भी सैर कराई जाएगी, जहां एक जंगल सफारी, एक जूलॉजिकल पार्क और एक समर्पित बचाव व पुनर्वास केंद्र स्थित है। वहीं, प्रतिनिधि ‘रात्रि भोज पर संवाद’ और एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होंगे, जिससे प्रतिनिधि छत्तीसगढ़ के अद्वितीय व्यंजनों और सांस्कृतिक समृद्धि का आनंद ले सकेंगे।
-चित्र इंटरनेट से साभार।