बच्चों और महिला अधिकारों पर छत्तीसगढ़ में सर्वश्रेष्ठ रिपोर्टिंग के लिए ईटीवी भारत के राजकुमार शाह को यूनिसेफ से मिला हमर लइकामन सम्मान
कोरबा। यूनिसेफ और सीएमएसआर फाउंडेशन की ओर से जिले के पत्रकार राजकुमार शाह को हमर लईकामन मीडिया फॉर चिल्ड्रन अवार्ड 2021 से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार प्रदेश के चुनिंदा 13 पत्रकारों को अलग-अलग श्रेणियों में प्रदान किया गया है। जिसका चयन यूनिसेफ की विशेष ज्यूरी ने 150 से अधिक प्रविष्ठियों में से किया है।
समारोह का आयोजन रायपुर के होटल कोर्टयार्ड बाई मेरियट में किया गया था। जहां विधान सभा अध्यक्ष डॉ चरण दास महंत मुख्य अतिथि रहे। प्रमाण पत्र व मोमेंटो के साथ ही 10 हजार रुपये का नगद पुरस्कार भी प्रदान किया गया है। अंतरराष्ट्रीय संस्था यूनिसेफ बच्चों के अधिकार व कुपोषण से लड़ाई के खिलाफ दुनिया भर में पिछले 7 दशक से भी अधिक समय से काम कर रही है. जिसने छत्तीसगढ़ में पहली बार मीडिया लकर्मियों को सम्मानित किया है।
यूनिसेफ द्वारा सीएमएसआर फाउंडेशन के सहयोग से बाल अधिकारों को बढ़ावा देने और उनकी वकालत करने के लिए ‘मीडिया4 चिल्ड्रेन अवार्ड्स’ शीर्षक से पुरस्कार दिए गए।
पुरस्कार प्रदान करते हुए, छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा, “जीवन रक्षक सूचनाओं के प्रसार और जनता को आवश्यक सेवाओं तक पहुंचने के लिए प्रोत्साहित करने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। ‘मीडिया4चिल्ड्रेन’ पुरस्कार राज्य में बच्चों और महिलाओं की भलाई को बढ़ावा देंगे। मैं पोषण, स्वास्थ्य और सुरक्षा में यूनिसेफ के काम की सराहना करता हूं और राज्य में उनके प्रयासों को अपना समर्थन देने का आश्वासन देता हूं।“
यूनिसेफ छत्तीसगढ़ के प्रमुख जॉब जकारिया ने कहा कि इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि मीडिया ने छत्तीसगढ़ में बच्चों की भलाई में सुधार करने में मदद की है। “मीडिया ने परिवारों में बच्चों के अनुकूल व्यवहार को बढ़ावा दिया है जैसे पहले छह महीनों के लिए विशेष रूप से स्तनपान, साबुन से हाथ धोना, बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित करना और सभी द्वारा शौचालय का उपयोग करना। परिवारों में इन प्रथाओं से बाल मृत्यु, बीमारियों, कुपोषण और एनीमिया को रोका जा सकेगा”, उन्होंने कहा। बाल श्रम और बाल विवाह को कम करने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका का उदाहरण देते हुए श्री जकारिया ने कहा कि मीडिया परिवारों और समुदायों में सामाजिक परिवर्तन ला सकता है जिससे बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा और सुरक्षा में सुधार होगा। उन्होंने कहा, “मीडिया बच्चों से संबंधित मुद्दों को नीति और निर्णय के केंद्र में भी ला सकता है।”
पुरस्कार में एक प्रशस्ति पत्र और एक नकद पुरस्कार शामिल है।
राजकुमार शाह को यह पुरस्कार लॉकलडाउन के दौरान महिला एवं बाल विकास के माध्यम से मिलने वाले रेडी टू ईट फूड और सूखा राशन से वंचित हुए नौनिहालों पर केंद्रित खबर के लिए मिला है। कुपोषण दर पर फोकस शाह रिपोर्टिंग को यूनीसेफ ने असाधारण रिपोर्टिंग मानते हुए पुरस्कृत किया है। अपनी श्रेणी में इस रिपोर्टिंग को छत्तीसगढ़ में सर्वश्रेष्ठ चुना गया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत के हाथों शाह को मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया है। यूनिसेफ द्वारा 10 हजार रुपये की नगद राशि भी बतौर पुरस्कार प्रदान की गई है।