पीएम मोदी ने दी आमजनों को दीवाली की सौगात!… करोड़ों को 5 साल और मिलेगा फ्री राशन
पीएम ने कहा – गरीबों को भूखे सोने नहीं दूंगा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब कोरोना का मुश्किल भरा समय आया था, तब इस देश की गरीब जनता को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ा था। गरीबों के सामने सबसे बड़ा संकट ये था कि वो खुद क्या खाएं और बच्चों को क्या खिलाएं। उन्होंने कहा कि ऐसे में हमने फैसला किया कि देश के गरीबों को भूखे रहने नहीं दूंगा। गरीबों को दो वक्त का भरपेट भोजन मिले, इसके लिए हमारी सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना शुरू की। जिसे आगे भी जारी रखा जाएगा।
दिसंबर 2023 के बाद भी मिलता रहेगा फ्री राशन
पीएम मोदी ने कोरोना का उल्लेख करते हुए कहा कि जब पूरी दुनिया त्राहिमाम कर रही थी। पूरी दुनिया में खाने का संकट पैदा हो गया था। हमने उस समय पीएम गरीब कल्याण योजना शुरु की, जिससे आपको आज भी फ्री में चावल और चने मिल रहे हैं। ये योजना दिसंबर में खत्म हो रही है, लेकिन हम इसे अगले 5 सालों के लिए और बढ़ा रहे हैं। ऐसे में देश के गरीब परिवारों को फ्री राशन की सुविधा दिसंबर बाद भी मिलती रहेगी। पहले इस स्कीम को दिसंबर 2023 तक जारी रखा जाना था।
कांग्रेस गरीबों के हक का पैसा लूटकर तिजोरी भरती रही
दुर्ग में रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि साल 2014 में सरकार बनाने के बाद से ही उन्होंने देश के गरीबों के कल्याण को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी नहीं चाहती कि देश के गरीबों का भला हो। उन्होंने कहा कि कांग्रेस गरीबों को हमेशा गरीब ही बनाए रखना चाहती है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने गरीबों को धोखे के सिवाय कभी कुछ नहीं दिया। जब तक कांग्रेस केंद्र सरकार में रही, वो गरीबों के हक का पैसा लूटकर अपने नेताओं की तिजोरी में भरती रही।
कोरोना काल में 26 मार्च 2020 को शुरू की गई थी योजना
मोदी सरकार ने 26 मार्च, 2020 को लॉकडाउन के प्रभाव से 80 करोड़ गरीबों को बचाने के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के एक हिस्से के रूप में सरकार ने महिलाओं, गरीब वरिष्ठ नागरिकों, किसानों को मुफ्त में अनाज देने और नकद भुगतान करने की घोषणा की। इस पैकेज के तेजी से कार्यान्वयन पर केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से लगातार पैनी नजर रखी गई। राहत के उपाय तेजी से जरूरतमंदों तक पहुंच सके इसके लिए फिनटेक और डिजिटल तकनीक का उपयोग किया गया। डीबीटी यह सुनिश्चित करता है कि राशि सीधे लाभार्थी के खाते में ही जमा हो। डीबीटी से धनराशि के कहीं और न जाने की गुंजाइश ही नहीं रहती।
IMF कर चुका है प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की तारीफ
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की तारीफ अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के द्वारा भी की गई है। आइएमएफ ने कहा है कि कोरोना महामारी के दौरान मोदी सरकार ने जिस तरह से काम किया, वह काफी सराहनीय है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में चलाई गई प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की तारीफ करते हुए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कहा कि इससे देश में गरीबी रोकने में मदद मिली है। इस योजना से कोरोना महामारी के समय में भी समाज के कमजोर वर्गों को लगातार बुनियादी सुविधाएं मिलती रही। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के माध्यम से महिलाओं, गरीब वरिष्ठ नागरिकों और किसानों को मुफ्त में अनाज के साथ नकद सहायता मिली है।
5 साल में 13.5 करोड़ लोग गरीबी से निकले बाहर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की बागडोर संभालने के साथ ही गरीबों के कल्याण के लिए काम करना शुरू कर दिया। सरकारी योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ सीधे गरीबों तक पहुंचाया। उनकी कल्याणकारी नीतियों और योजनाओं ने गरीबों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाया है। इसका प्रमाण नीति आयोग द्वारा जारी राष्ट्रीय बहुआयामी गरीबी सूचकांक की रिपोर्ट से मिलता है। इस सूचचांक के मुताबिक पिछले पांच सालों में करीब 13.5 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं।