बालको पर कलेक्टर संजीव झा की चेतावनी का होगा असर ??

कोरबा। जिलाधीश संजीव झा ने सोमवार को सीएसआर के कार्यों में गंभीरता नहीं दिखाने वाले औद्योगिक संस्थानों को गहरी नाराजगी जताते हुए चेतावनी दी – “पीएसयू जिले के विकास में सामाजिक दायित्वों का निष्ठा पूर्वक करें निर्वहन करें।”


चेतावनी देनें के साथ ही विभिन्न औद्योगिक संस्थाओं की ओर से बैठक में उपस्थित लोगों को सीएसआर के तहत प्रस्तावों पर कार्यों में गुणवत्ता के साथ तेजी लाने के निर्देश उन्होंने दिए।

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इसी क्रम में बालको प्रबंधन को राखड़ डंपिंग वाले लो लाइन एरिया में प्लांटेशन कराने की जिम्मेदारी सौंपी है। लो लाइन एरिया में बालको द्वारा प्लांटेशन कितना कारगर सिद्ध होगा?कलेक्टर संजीव झा की चेतावनी के साथ दिए गए निर्देशों को बालको द्वारा किस गंभीरता से लिया जाएगा यह तो बालको के कालोनी एरिया में किए गए पौधरोपण की दुर्दशा को देखकर ही स्पष्ट दृष्टिगत हो रहा है। कागजी खानापूर्ति के सिवाय कोई आशा नहीं बालको से इस पौधरोपण जैसे संवेदनशील विषय पर नहीं की जा सकती।


कॉलोनी में सेक्टर -2 की ओर जाने वाले मार्ग पर सड़क किनारे बालको प्रबंधन द्वारा पूर्व में पौधरोपण किया गया था। बालको चिकित्सालय के पास सेक्टर-2 की ओर जाने वाली सड़क एक प्रकार से बालको की वीआईपी सड़क है। इस सड़क से लगातार बालको प्रबंधन के अधिकारियों का आवागमन निरंतर बना रहता है।


चित्र में इस सड़क के किनारे किए गए प्लांटेशन की दुर्दशा को देखकर अनुमान लगाया जा सकता है कि जब बालको प्रबंधन के अधिकारियों की निरंतर आवाजाही वाले VIP सड़क पर पौधरोपण के बाद पौधों की यह दुर्दशा है तो लो लाइन एरिया में पौधरोपण का किस प्रकार चीरहरण होगा?? लो लाइन एरिया में जहां पर पौधरोपण होना है वहां से तो वीआईपी अधिकारियों का आवागमन भी नहीं होना है। उपरोक्त फ़ोटो में स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि लगाए गए पौधों की VIP मार्ग पर ऐसी दुर्दशा है कि दुर्दशा को भी रोना आ जाए। पौधे सुखकर लकड़ी की डंडी बन चुके हैं या कुछ पत्ते जिसमें बचें है वो भी कुछ दिन बाद झड़ जाने हैं।
बालको प्रबंधन के हाथों पौधरोपण की कमान लो लाइन एरिया में सौंपने पर बालको प्रबंधन द्वारा किस प्रकार से दिए गए दायित्व का निर्वहन किस गंभीरता से किया जाएगा, वह इस लिंक 5 star बालको प्रबंधन..? : मालिक अनिल अग्रवाल के साथ प्रदेश सरकार, प्रशासन, पब्लिक से भी कर रहा फ्रॉड..? बॉलीवुड को पछाड़ दिया इस विषय पर.. नकल नहीं कॉपी पेस्ट कहिए…! https://veerchhattisgarh.in/?p=10015
पर उपलब्ध समाचार से स्पष्ट हो जाएगा कि बालको प्रबंधन पर्यावरण संरक्षण के संवेदनशील विषय पर किस प्रकार से शासन, प्रशासन के साथ किस प्रकार से धोखाधड़ी कर सकता है!!
यक्ष प्रश्न यह है कि जब कॉलोनी एरिया में ही फोटोशूट करवाने के लिए लगाए गए पौधों की जीवनरेखा झाड़ी बनने की सीमा तक सुरक्षित कर पाने में यहां से रोज आवागमन करने वाला समूचा बालको प्रबंधन असफल सिद्ध हो रहा है तो लो लाइन एरिया में हुए प्लांटेशन की क्या बिसात !!

ये हुआ था बैठक में

कोरबा। कलेक्टर संजीव झा ने बैठक में एसईसीएल के अधिकारियों को निर्देश दिए कि भू विस्थापितों के नौकरी, मुआवजा, पुनर्वास अन्य समस्याओं का निराकरण गंभीरता से किया जाए। कलेक्टर ने एसईसीएल खदान क्षेत्र प्रभावित गांव में ग्रामीणों को हैवी ब्लास्टिंग के चलते होने वाले नुकसान की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षित और नियंत्रित ब्लास्टिंग करने के निर्देश एसईसीएल के अधिकारियों को दिए। कलेक्टर श्री झा ने कहां की अगर खदानों में हैवी ब्लास्टिंग की वजह से किसी तरह की गंभीर कैजुअल्टी होती है तो इसके लिए एसईसीएल प्रबंधन के अधिकारियों पर जवाबदेही तय की जाएगी।


कलेक्टर श्री झा ने प्रभावित क्षेत्रों में सीएसआर के गतिविधियों की जानकारी  और उन्हें जल्द पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर श्री संजीव झा ने गर्मी को देखते हुए खदान प्रभावित क्षेत्रों में जहां पानी की समस्या है, वहां नियमित रूप से वाटर टैंकर के माध्यम से पानी आपूर्ति सुनिश्चित कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। समीक्षा बैठक में अपर कलेक्टर श्री विजेंद्र पाटले सहित एसईसीएल, एनटीपीसी, सीएसईबी, लैंको, आईओसीएल, बालको सहित अन्य औद्योगिक संस्थानों के अधिकारी उपस्थित रहे।


कलेक्टर श्री झा ने सीएसआर के अंतर्गत पूर्व के कार्यों के लिए स्वीकृत राशि भी नहीं देने पर औद्योगिक संस्थानों को फटकार लगाई और राशि जल्द उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री झा ने कई वर्षों बाद भी आईटी कॉलेज के पूर्व में औद्योगिक संस्थानों की ओर से घोषित सीएसआर की राशि नहीं देने के कारण कॉलेज व यहां अधिकारी कर्मचारियों के वेतन के अलावा अन्य गतिविधियों के संचालन में आने वाली दिक्कतों को लेकर अब तक राशि जमा नहीं कराने संस्थानों को फटकार लगाई और जल्द राशि जमा करने के निर्देश दिए।


सीएमएचओ डॉ. केसरी ने बैठक में बताया कि औद्योगिक संस्थानों को मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना के अंतर्गत साप्ताहिक बाजारों में एम्बुलेंस के साथ मेडिकल स्टाफ सहित इलाज व दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए है। लेकिन इस कार्य में अधिकांश औद्योगिक संस्थानों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। इसे लेकर भी कलेक्टर श्री झा ने नाराजगी जताई और इस कार्य में गंभीरता बरतने के निर्देश दिए। स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम कॉलेज के लिए विद्युत गृह कोरबा पूर्व स्कूल को चिन्हित किया गया है। सीएसईबी प्रबंधन को स्कूल का रिनोवेशन व अन्य कार्य के निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर श्री झा ने प्रबंधन को इस कार्य को गंभीरता से करने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर श्री झा ने एसईसीएल कोरबा पूर्व प्रबंधन को गोपालपुर केंद्रीय विद्यालय तक स्कूल बस संचालित करने, बालको प्रबंधन को राखड़ डंपिंग वाले लो लाइन एरिया में प्लांटेशन कराने, गर्मी को देखते हुए कलेक्ट्रेट परिसर के गार्डन का रखरखाव और प्याऊ की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

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