मोदी सरकार में वापस आया ब्रिटेन में गिरवी रखा गया देश का 100 टन सोना
चुनावी हलचल के मध्य नरेन्द्र मोदी की सरकार को एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। मोदी सरकार को विदेश में जमा भारतीय सोने को देश में वापस लाने में बड़ी सफलता मिली है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने ब्रिटेन में जमा 100 टन से अधिक सोना देश वापस लाकर यह सफलता हासिल की है। यह मोदी राज में देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होने के एक और संकेत है।
देश के करोड़ों लोगों के लिए यह तसल्ली की बात है कि रिजर्व बैंक विदेश से अपना सोना वापस लाने में सफल रही है। जबकि मोदी सरकार से पहले देश सोना गिरवी रखने के लिए विवश था। आर्थिक संकट के कारण देश को विदेश में सोना गिरवी रखने के लिए मजबूर होना पड़ा था। उस समय देश का खजाना खाली होने और विदेशी मुद्रा भंडार के सिर्फ 25 अरब रुपये होने के बाद भुगतान संकट खड़ा हो गया था।
ऐसे में विदेश से सोना वापस आना बड़ी बात है। ये पहला अवसर है जब इतना सारा सोना देश वापस लाकर आरबीआई की तिजोरी में रखा गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार यह अर्थव्यवस्था की मजबूती और आत्मविश्वास को दिखाता है।
अर्थशास्त्री संजीव सान्याल ने लिखा है कि जब किसी की नजर इधर नहीं थी, तब रिजर्व बैंक ने अपने 100 टन सोने के भंडार को ब्रिटेन से वापस भारत शिफ्ट कर लिया। ज्यादातर देश अपना सोना बैंक ऑफ इंग्लैंड के वॉल्ट्स में या कुछ ऐसे ही स्थानों पर रखते हैं (और इसके लिए फीस भी देते हैं)। भारत अब अपना अधिकांश सोना अपने पास अपनी तिजारी में रखेगा।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार मार्च 2024 के अंत तक रिजर्व बैंक के पास 822.1 टन सोना था। इसमें से 413.8 टन सोना विदेशों में और 100.3 टन सोना भारत में रखा गया था। इसके साथ ही 308 टन सोना नोट जारी करने के लिए भारत में रखा गया है। रिजर्व बैंक जहां विदेश में रखे सोने को धीरे-धीरे भारत वापस लाने में लगी है, वहीं नया सोना खरीद भी रही है। आरबीआई ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान अपने गोल्ड भंडार में 27.5 टन सोना जोड़ा भी है।
अखबार की खबर के अनुसार आरबीआई ने कुछ साल पहले सोना खरीदना शुरू किया था। और यह समीक्षा करने का फैसला किया था कि वह कहां-कहां से भारत का सोना वापस ला सकता है। चूंकि विदेशों में स्टॉक बढ़ रहा था, इसलिए कुछ सोना भारत लाने का निर्णय लिया गया। साथ ही भविष्य की परिस्थितियों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों की तरह भारतीय रिजर्व बैंक के लिए भी पारंपरिक रूप से बैंक ऑफ इंग्लैंड सोना रखने के लिए एक बड़ा भंडारगृह रहा है। आजादी से पहले से ही भारत भी अपने सोने का कुछ स्टॉक लंदन के इस बैंक ऑफ इंग्लैंड के पास रखता रहा है। जहां तक देश में सोने के भंडारण की बात है तो यह मुंबई के मिंट रोड के साथ नागपुर में रिजर्व बैंक की तिजोरियों में रखा जाता है।