हरदीप सिंह पुरी : पीएम स्वनिधि योजना से 60.94 लाख स्ट्रीट वेंडरों को मिला लाभ
राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में आज शुक्रवार को पीएम स्वनिधि योजना के तहत का एक मेगा कैंप आयोजित किया गया। इस दौरान 10,000 रेहड़ी-पटरी वालों को ऋण वितरित किया गया। इस अवसर पर आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि यह योजना कोविड महामारी के दौरान शुरू किया गया था, जब भारत के स्ट्रीट वेंडर सबसे अधिक प्रभावित थे। उन्होंने कहा कि “स्वनिधि योजना का लक्ष्य रेहड़ी-पटरी वालों के स्वरोजगार, स्वावलंबन, स्वाभिमान को बहाल करना था।
राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में आज शुक्रवार को पीएम स्वनिधि योजना के तहत का एक मेगा कैंप आयोजित किया गया। इस दौरान 10,000 रेहड़ी-पटरी वालों को ऋण वितरित किया गया। इस अवसर पर आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि यह योजना कोविड महामारी के दौरान शुरू किया गया था, जब भारत के स्ट्रीट वेंडर सबसे अधिक प्रभावित थे। उन्होंने कहा कि “स्वनिधि योजना का लक्ष्य रेहड़ी-पटरी वालों के स्वरोजगार, स्वावलंबन, स्वाभिमान को बहाल करना था।
पीएम स्वनिधि योजना के तहत 60.94 लाख स्ट्रीट वेंडरों को मिला लाभ
उन्होंने पीएम स्वनिधि योजना की उपलब्धियों को बताते हुए कहा कि इस योजना ने 60.94 लाख स्ट्रीट वेंडरों को 10,678 करोड़ रुपये की राशि के 80.42 लाख से अधिक ऋण दिए हैं, जिसके बदले स्ट्रीट वेंडरों से कोई संपत्ति नहीं रखवाई गई है। बता दें कि इस योजना के अन्तर्गत पहली किश्त में 10,000, और फिर रु. 20,000 और रु. 50000 क्रमशः दूसरी और तीसरी किश्त में देने का प्रावधान है।
अनौपचारिक ऋण से मिला छुटकारा
उन्होंने कहा कि इस योजना से न केवल रेहड़ी-पटरी वालों का बैंको में खाते खुले बल्कि उनका मान-सम्मान भी बढ़ा है। उन्होंने कहा कि अब स्ट्रीट वेंडर अब अनौपचारिक ऋण पर निर्भर नहीं हैं जहां उन्हें अत्यधिक ब्याज दरों का भुगतान करने के लिए मजबूर किया जाता था। सरकार ने उन्हें एक बेहतर विकल्प प्रदान किया है। दिल्ली में स्ट्रीट वेंडर्स को योजना के लाभ के बारे में बोलते हुए, मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि इस योजना ने दिल्ली में स्ट्रीट वेंडर समुदाय के हमारे भाइयों और बहनों को आवश्यक सहायता प्रदान की गई है।
उन्होंने कहा कि 14 फरवरी तक हमें दिल्ली के रेहड़ी-पटरी वालों से 3.05 लाख ऋण आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 2.2 लाख आवेदन बैंकों द्वारा स्वीकृत किए जा चुके हैं जबकि 1.9 लाख ऋण पहले ही वितरित किए जा चुके हैं। वहीं आज के मेगा कैंप में 221 करोड़ रुपये करीब 10,000 ऋण वितरण के साथ, दिल्ली में 2 लाख ऋण वितरण के पार हो जाएगा। जो सरकार द्वारा चलायी जा रही योजना से स्ट्रीट वेंडरों के जीवन में आये सकारात्मक बदलाव की ओर इशारा करता है।