मनीष शर्मा : Basic अंतर है पश्चिमी देशों और भारत में उपयोग होने वाली EVM machine में..

EVM का भूत फिर से उठ खड़ा हुआ है.

दरअसल दुनिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन इलॉन मस्क ने 15 जून को tweet किया – EVM को खत्म कर देना चाहिए. इसे इंसानों या AI द्वारा हैक किए जाने का खतरा है. हालांकि ये खतरा कम है, फिर भी बहुत ज्यादा है. अमेरिका में इससे वोटिंग नहीं करवानी चाहिए.

Elon ने कैनेडी जूनियर ने एक पोस्ट कर प्यूर्टो रिको के चुनावों में ईवीएम से जुड़ी अनियमितताओं के बारे में बताया था. पोस्ट में कैनेडी ने कहा था कि प्यूर्टो रिको के चुनावों में सैंकड़ों मतदान अनियमितताएं देखी गई हैं. गनीमत ये रही कि वहां पेपर ट्रेल होने की वजह से इस कमी की पहचान हो गई.

जैसे ही यह ख़बर सामने आई… अपने भारतीय विपक्ष को जैसे संजीवनी मिल गई हो.

यहाँ कुछ Basic अंतर है पश्चिमी देशों और भारत में उपयोग होने वाली EVM machine में.

जिन EVM की बात Elon Musk कर रहे हैं… वह Advanced हैं, Internet या ब्लूटूथ से connected होती हैं. वहीं भारत में बनी हुई EVM 3rd Generation की होती है, जिन्हे M3 EVM कहते हैं.

सबसे बड़ी बात है.. भारतीय EVM किसी भी तरह के Network से connect नहीं होती… इनमे न कोई Internet connectivity होती है.. न ब्लूटूथ, न Infra Red connectivity होती है….और न ही रेडियो Frequency द्वारा कोई connection होता है.

किसी भी चीज को hack तभी किया जा सकता है… जब वो कहीं naa कहीं connect हो सके….क्या आप पुराने washing machine, टीवी, फ्रिज या calculator को Hack कर सकते हैं??

हाँ.. नये electronic items, जो ऑनलाइन होते हैं या जिनमे IOT sensors होते है… उन्हें जरूर hack किया जा सकता है.

स्वयं Elon Musk की Tesla Cars को hack किया जा सकता है… लेकिन इसका यह अर्थ नहीं कि उन्हें चलाना बंद कर दिया जाए. Elon का tweet अमेरिकी Perspective में है… और उसे भारत के परिप्रेक्ष्य में देखना एकदम गलत है.

अमेरिका में Ballot बॉक्स सफल हैं.. क्यूंकि वहाँ Ballot बॉक्स की चोरी नहीं होती…. जबकि भारत में इन समस्याओं को सुलझाने के लिए ही EVM लायी गई थी.

चुनाव आयोग भी विपक्ष को EVM hackathon के लिए आमंत्रित कर चुका है… लेकिन कोई आया नहीं. अब तो इसे hack करके ही दिखाना चाहिए, तभी दूध का दूध और पानी का पानी हो पायेगा….. लेकिन करेगा कौन??

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